सहारनपुर 3 नवम्बर (परवेज / कुणाल )-पाईनवुड स्कूल में एक करियर व मनोविज्ञानिक कार्यशाला का आयोजन किया गया ! इस कार्यशाला में छात्रो को उनके करियर से सम्बंधित समस्याओ का निवारण किस प्रकार किया जाये व उनके युवावस्था में हो रहे मनोविज्ञानिक परिवर्तनों को किस प्रकार समझा जा सके , इस विषय पर चर्चा की गयी इस कार्यशाला में मुख्य वक्ता डा. वी .एस . रवींद्रन व डा . केशव थे ! यह कार्यशाला आई . सी .टी .आर .सी द्वारा आयोजित की गयी थी ! इस कार्यशाला में सहारनपुर के बारह स्कूलो के लगभग 600 विध्यार्थीयो ने भाग लिया ! कार्यशाला का शुभारम्भ विध्यालय निदेशिका श्रीमती सँतोष गुप्ता , प्रधानाचार्या डा . संजीव जैन , डा . केशव , डा . वी .एस . रवींद्रन व श्री सुधीर जोशी द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से किया गया ! छात्रो द्वारा आकर्षक ईश वन्दना प्रस्तुत की गयी छात्रो ने अपने मन में उत्पन्न हो रही जिज्ञासाओं को भी प्रश्नोत्तर के माध्यम से शान्त किया और यह बताया कि प्रत्येक छात्र में कोई न कोई अदभुत प्रतिभा छिपी होती हैँ ! सिर्फ उसे पहचानने और निखारने की आवश्यकता होती है !
कार्यशाला के अंत में प्रधानाचार्य डा .संजीव जैन ने सभी का आभार व्यक्त किया व इस अवसर पर डा .संजीव जैन व श्री सुधीर जोशी को डा . रवींद्रन द्वारा सम्मानित किया गया ! कार्यशाला का समापन राष्ट्रीय गान से किया गया !
सहारनपुर 3 नवम्बर (परवेज / कुणाल )-पाईनवुड स्कूल में एक करियर व मनोविज्ञानिक कार्यशाला का आयोजन किया गया ! इस कार्यशाला में छात्रो को उनके करियर से सम्बंधित समस्याओ का निवारण किस प्रकार किया जाये व उनके युवावस्था में हो रहे मनोविज्ञानिक परिवर्तनों को किस प्रकार समझा जा सके , इस विषय पर चर्चा की गयी इस कार्यशाला में मुख्य वक्ता डा. वी .एस . रवींद्रन व डा . केशव थे ! यह कार्यशाला आई . सी .टी .आर .सी द्वारा आयोजित की गयी थी ! इस कार्यशाला में सहारनपुर के बारह स्कूलो के लगभग 600 विध्यार्थीयो ने भाग लिया ! कार्यशाला का शुभारम्भ विध्यालय निदेशिका श्रीमती सँतोष गुप्ता , प्रधानाचार्या डा . संजीव जैन , डा . केशव , डा . वी .एस . रवींद्रन व श्री सुधीर जोशी द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से किया गया ! छात्रो द्वारा आकर्षक ईश वन्दना प्रस्तुत की गयी छात्रो ने अपने मन में उत्पन्न हो रही जिज्ञासाओं को भी प्रश्नोत्तर के माध्यम से शान्त किया और यह बताया कि प्रत्येक छात्र में कोई न कोई अदभुत प्रतिभा छिपी होती हैँ ! सिर्फ उसे पहचानने और निखारने की आवश्यकता होती है !
कार्यशाला के अंत में प्रधानाचार्य डा .संजीव जैन ने सभी का आभार व्यक्त किया व इस अवसर पर डा .संजीव जैन व श्री सुधीर जोशी को डा . रवींद्रन द्वारा सम्मानित किया गया ! कार्यशाला का समापन राष्ट्रीय गान से किया गया !