विश्व पर जीत हांसिल करने का जज्बा रखता है हमारा जवान- कमिश्नर

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ग्वालियर२३ नवम्बर २०१५ [सीएनआई]  विश्व की सबसे बडी पैरामिलट्रीफोर्स हमारे देश के लिए गौरव की बात है हमारे देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए हमारे सेवा के जवान वर्ष के तीनों मौसम में दुश्मन को नेस्तनाबूद करने के लिए सीमा पर खड़े रहते है। दुश्रन की हर चाल पर अपनी निगाह पैनी रखकर दुश्मन को चैलेंज करते है कि हम किसी से कम नहीं है । जिसमेें अश्वों की भूमिका अति महत्वपूर्ण होती है । यह उद़्गार अकादमी टेकनपुर में आयोजित 34वीं अखिल भारतीय पुलिस घुड़सवारी प्रतियोगिता एवं माउण्टेड पुलिस ड्यूटी मीट- 2015 का भव्य समारोह मेें नवांगक आईएएस मुंसिपल कॉपर्रेेशन कमिश्नर अनन्या द्विवेदी ने मुख्य अतिथि बतौर ने कही ।
प्रेमियरी फाल्ट एण्ड आउट में एक साथ 16 बाधाए…….
प्रेमियरी फाल्ट एण्ड आउट प्रतियोगिता के आायोजन में शामिल 18 टीमो के घुडसवारों ने हैरतअंगेज करतब दिखाते हुए एक मिनट मेें 10 से 16 बाधाए पार करते हुए उपस्थित दर्शको का मन मोह लिया है । अश्वो के लिए ये बाधाएं अत्यधिक कठिन बाधाएं होती है जिन्हें पार करना राइडर की कला की दुर्गम परीक्षाएं है जिनमें अश्व महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। जब कोई घुडसवारी करते समय इन बाधाओं को पार नहीं कर पाता है तो उसे बाहर कर दिया जाता है । इस प्रतियोगिता मेंं देश के कई राज्यों की सशस्त्र पुलिस बल की 18 टीमे शामिल हुई हो ।

हाथी सेना पर भारी पड़ती है घुडसवार सेना…..
टेंट पिकेटिंग एकल प्रतियोगिता दर्शकों का केन्द्र बनी रही। चौथी सदी ई0 पूर्व घुड़सवार अपने घोड़े पर सवार होकर अपने भाले से शत्रु के केम्प पर हमला करते थे जो कि लगे हुए टेन्टो की पिकटों को भाले से उखाड़ दिया करते थे जिससे शत्रु केम्प में हफ रा-तफ री मच जाती थी। युद्ध के समय शत्रु पक्ष की शक्तिशाली हाथी सेना के हमले को घुड़सवार सेना ही रोक पाती थी। घुड़सवारों द्वारा शत्रु केम्प पर हमला कर उनके टेन्ट केे पिकेट को उखाड़कर ध्वस्त करने के कारण इस प्रतियोगिता का नाम टेंट पिकेटिंग प्रतियोगिता रखा गया है।
प्रेमियरी फाल्ट एण्ड आउट प्रतियोगिता में इन्होंने जीते मेडल……..
– कर्नाटक पुलिस के आरक्षक राईडर के मुर्ती ने अपनी घोड़ी लेडी के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया।
– राजस्थान पुलिस के आरक्षक राईडर विरेन्दर सिंह ने अपने घोड़ा इन्दर के सांथ द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
– एनपीए पुलिस हैदराबाद टीम के उप निरीक्षक राईडर डी सुभाराव ने अपनी घोड़ी लाली के साथ तृतीय स्थान प्राप्त किया।
टेंट पिकेटिंग एकल प्रतियोगिता में इन राइडरो ने जीते मेडल…….
-आईटीबीपी के मुआ0 राईडर सतपाल ने अपने घोड़ा विंड के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया।
– आईटीबीपी टीम के मुआ0 राईडर जसविंदर सिंह ने अपने घोड़ा मयूर के सांथ द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
– राजस्थान पुलिस के आरक्षक राईडर राकेश कुमार ने अपनी घोड़ी रानी के साथ तृतीय स्थान प्राप्त किया ।
– हरियाणा पुलिस के उप निरीक्षक निर्मल सिंह ने अपनी घोड़ी केटरीना के साथ चतुर्थ स्थान प्राप्त किया।
घोडों की तुलना मेें घोडियों ने जितवाए राइडरो को मेडल…….अ
सीसुबल अकादमी टेकनपुर में चल रहे अखिल भारतीय पुलिस घुड़सवारी प्रतियोगिता में मैडल जीतने वाले घुड़सवारों में घोड़ों की तुलना में घोडिय़ों की संख्या अधिक देखी गई है। देखने वाली बात यह है घोड़ी जो की शारीरिक रूप से घोड़ा की तुलना में छोटी होती है लेकिन लम्बी व ऊंची छलांग लगाने में घोड़ो से अधिक आक्रामक तैवर के साथ आगे हैं।
इन घोडियों ने जीते कई मेडल, बनाया इतिहास…..
34वीं अखिल भारतीय पुलिस घुड़सवारी प्रतियोगिता एवं माउण्टेड पुलिस ड्यूटी मीट- 2015 में घोडों की जगह घोडियों ने ऐतिहासिक जीत हांसिल की है जिन घोडियों में रानी, केटरीना, लेडी व रानी ने घुड़सवारों को मैडल जिताकर यह सिद्ध कर दिया है कि मनुष्य जाती की तरह जानवारों में भी भेद करना गलत है।
प्रत्येक जवान के लिए गौरव का दिन……
अकादमी के एडीजी शैलेन्द्र ङ्क्षसह तोमर ने 34 वीं अखिल भारतीय घुडसवारी प्रतियोगिता में उपस्थित अतिथियों एवं दर्शको को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया की सबसे बडी पैरा मिलट्री फोर्स, बीएसएफ के लिए गौरव की बात है, 50 वर्ष पूरे होने पर हमारी अकादमी स्वर्ण जयंती वर्ष मना रही है ।bsf com adbsf ghud